Depression/अवसाद एक ऐसी बीमारी या अवस्था हैं जिसमे आदमी खुद से हारा हुआ महसूस करता हैं अन्य बीमारियाँ कितनी भी बडी हो पर उसमे व्यकित उम्मीद नहीं खोता और निराश नही होता जिससे दवावो और सकारात्मक सोच के साथ उस बीमारी से उबर जाता हैं मगर Depression मे ऐसा नही हैं अगर इसका सही समय पर किसी मनोचिकित्सक से इलाज़ ना कराया जाये तो इन्सान मे निराशा बढ़ती जाती हैं और एक समय ऐसा भी आता हैं जब वो ज़िन्दगी से बहुत ज्यादा हारा हुआ महसूस करता हैं और व्यकित आत्महत्या तक कर लेता हैं इसलिये Depression को बहुत खतरनाक माना गया हैं वही कुछ मामलों मे लोग सामान्य तनाव और sadness को Depression मान लेते हैं इसलिए हमें Depression के बारे में जानना बहुत जरूरी हैं ताकि हम Depression को सही समय पर पहचान सके और इसका इलाज़ उचित समय पर करा सकें|
तो आज के इस लेख मे हम जानेगें कि depression/अवसाद क्या हैं?||depression/अवसाद क्यों होता हैं?||depression/अवसाद के लक्षण||depression/अवसाद के नुकसान और depression/अवसाद से बचाव के तरीके:
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Depression/अवसाद |
Depression/अवसाद क्या हैं?
Depression एक मानसिक बिमारी हैं जो सामान्यतः युवा लोगों में होती हैं क्युकी वो ज़िन्दगी की भाग-दौड़ और अन्य समस्याओं जैसे job की चिन्ता, आर्थिक स्थिति और अपनो कि सुरक्षा आदि के बारे मे ज्यादा सोचते रहते हैं और परेशान होते हैं तथा तनाव से घिरे रहते हैं और जिसका असर उनके दिमाग पर पड़ता हैं तथा जिससे ये Depression में आ जाते हैं
Depression/अवसाद क्यों होता हैं?
सामान्यतः एक आदमी Depression मे क्यों आ जाता हैं वैसे तो Depression में हर उम्र के लोग आ जाते लेकिन आज कल कि भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी मे हम युवावो का Depression में आना आम बात हो गया हैं तो आइये जानते हैं कि हम depression कब और क्यों आ जाते हैं -
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Depression |
(1) career कि tesnion:- अक्सर आज कल के युवा एक अच्छी डिग्री होने के बाद उनको job नही मिल रही हैं और वो बेरोजगार बैठे हैं जिससे वे बहुत परेशान और तनाव मे रहते हैं तथा उन्हें ज़िन्दगी में कुछ ना कर पाने का डर सताता रहता हैं जिससे वे अवसादग्रस्त हो जाते हैं अर्थात् Depression मे आ जाते हैं|
(2) घर वालो के ताने:- एक तो career कि tesnion, ज़िन्दगी मे कुछ ना कर पाने का मलाल और ऊपर से घर वालो के ताने उन्हे अन्दर से तोड़ देते हैं और वो धीरे-धीरे Depression का शिकार हो जाते हैं |
(3) अपनो कि सुरक्षा कि चिंता:- अक्सर हम लोगो को अपनी सुरक्षा से ज्यादा अपनो कि सुरक्षा की चिन्ता रहती हैं और इस समय कोरोना काल मैं अपनो कि चिंता को लेकर और चिन्तित हो गये हैं जिसका सीधा असर हमारे दिमाग पर पड़ रहा हैं और हम अवसादग्रस्त हो जाते हैं अर्थात् Depression
में आ जाते हैं |
(4) आर्थिक स्थिति:- अक्सर लोगो के तनाव का मुख्य कारण उनकी आर्थिक स्थिति का खराब होना भी हैं जिससे वे अपनी और अपने परिवार कि जरूरतो को पुरा नही कर पाते और पैसे की कमी की चिन्ता मे Depression का शिकार हो जाते हैं |
(5) body shaming:- अक्सर हम लोगों को उनके कद-काठी, रंग-रूप आदि से judge करते हैं तथा अक्सर छोटे कद वाले, काले रंग वाले लोगो और शारीरिक रूप से अपंग लोगों का के मजाक उड़ाते हैं जोकी बहुत बुरी बात हैं जिससे उनको बहूत बुरा लगता हैं और उनका आत्मविश्वास डगमगा जाता हैं जिसके कारण वे लोगों से मिलना जुलना और बात करना बन्द कर देते हैं जिससे वे अकेलेपन और लोगों के दुर्व्यव्हार के कारण Depression में आ जाते हैं |
Depression/अवसाद के लक्षण:-
(1) तनाव
(2) थकान
(3) अनिद्रा
(4) निराशा
(5) एकाग्रता कि कमी तथा किसी काम मे मन ना लगना |
(6) मन मे नकारात्मक विचार आना|
(7) मन मे बार-बार आत्महत्या का विचार आना |
(8) अकेलापन अच्छा लगना तथा सबसे से बातचीत करना बन्द कर देना |
(9) दिन भर इधर उधर कि बेवजह बातें सोचते रहना(overthinking)
(10) हर वक़्त दुखी रहना |
(11) आत्मविश्वास कि कमी|
(12) हर वक़्त खुद मे उलझे रहना|
Depression/अवसाद के नुकसान:-
(1) आत्मविश्वास कि कमी:-
Depression के शिकार व्यकित को अपने ऊपर ऊपर भरोसा नही रह जाता उसका आत्मविश्वास पुरा डगमगा जाता हैं उसे लगने लगता हैं कि वो किसी काम का नही |
(2) आत्महत्या कि प्रवृत्ति जागृत होना:-
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suicide/आत्महत्या |
Depression का शिकार व्यकित ज़िन्दगी से हारा हुआ महसूस करने लगता हैं तथा वो खुद को loser भी समझने लगता हैं उसे लगने लगता हैं life में अब कुछ सही नहीं होगा और इसकी वजह से वह हर वक़्त निराशा मे रहता हैं और ज़िन्दगी से हार मान लेने के कारण उसके अंदर आत्महत्या कि प्रवृत्ति जागृत हो जाती हैं
आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नही होता जब कभी इसका ख्याल भी आये तो अपनो से बात करे जिन्हे आप प्यार करते हैं friends और family उनके बारे में सोचे कि आप नही रहेंगे तो उनका क्या होगा तथा अपनी problems उनके साथ साझा करे आपको उसका समाधान जरूर मिल जाएगा|
(3) खुद को अयोग्य समझना:-
Depression में आत्मविश्वास कि कमी के लोगों को अपनी काबिलियत पर भरोसा नही रह जाता उन्हें लगता हैं कि उनसे कोई काम नही होगा और वे बिना उस काम को करने की कोशिस किये ही हार मान लेते है|
(4) समाज से कट जाना:- Depression के कारण आप परिवार, दोस्त, समाज आदि से कट जाते हैं जिससे आपका मानसिक स्वास्थ्य और गिरता जाता हैं |
(5) स्वभाव में परिवर्तन आना:-
Depression के कारण आप अत्यधिक चिड़चिडे हो गुस्सैल प्रवृत्ति के हो जाते हैं तथा आप आक्रामक भी हो जाते हैं जिससे अन्य को आपसे खतरा रहता हैं |
Depression/अवसाद से बचाव के तरीके:-
(1) अच्छी और गहरी नींद ले:- आजकल के busy life में इन्सान नींद और आराम शब्द जो जैसे भूल ही गया हैं हर वक़्त कभी office तो कभी घर के काम के तनाव मे डूबा रहता हैं जिससे उसको आराम करने का समय नही मिल पाता और नींद भी पुरी नही होती जिसका उसके मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता हैं इसलिए हमे काम के तनाव से बचने के किये प्रतिदिन 8 घंटे कि गहरी नींद जरूर लेनी चाहिये जिससे हमारा दिमाग थका नही रहता और पिछले दिन का तनाव भी नही रहता जिससे हमारा दिमाग नयी स्फ़ूर्ति से काम करने लगता जाता हैं|
(2) सुर्योदय से पहले उठे और योग इत्यादि करे:-
सुबह सुर्योदय से पहले उठे और योग इत्यादि करे योग करने से हमारी एकाग्रता बढ़ती हैं और मन शान्त रहता हैं जिससे मन को मजबूती मिलती है और हम आसानी से Depression मे नही आते|
(3) नकारात्मक बातों और लोगों से दुर रहे:-
ऐसे लोगों से दुर रहे जो आपके बारे में कोई नकारात्मक बात बोलते हो साथ ही इनकी बातों पर कभी ध्यान ना दे जिससे आप बेवजह के तनाव और मानसिक परेशानियो से बचे रहेंगे |
(4) अच्छे दोस्त बनाये और उनके साथ रहें:-
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Friends |
ऐसे दोस्त बनाये जो सिर्फ़ बातों के दोस्त ना हो बल्कि मुसीबत पड़ने पर काम भी आये उनके साथ वक़्त बिताये जिससे आपका मन प्रसन्न रहेगा और आप Depression से बचे रहेंगे |
(5) नकारात्मक बातों कि अनदेखी करे:-
कभी भी अपने बारे में सुनी नकारात्मक बातों को ना सोचे क्योंकि उसे सोचने से कुछ बदलेगा नही उल्टे आप तनाव का शिकार हो जाएंगे और धीरे धीरे ये तनाव Depression मे बदल जाएगा अतः बेहतर होगा कि आप उन बातो को भुला दे |
(6) अपनो से बात करे :- जब भी कभी आप किसी बात से परेशान हो या किसी बात को लेकर तनाव मे हो तो ये बात किसी अपने के साथ सांझा करे उससे बात करे जिसपे आप भरोसा करते हो इससे आप को अच्छा महसूस होगा और हो सकता हैं कि वो व्यकित आपके समस्याओं का समाधान भी बता दे और आप बेवजह के तनाव और Depression से बच जाये |
तो दोस्तों आज के इस लेख में हमने depression/अवसाद क्या हैं||depression अवसाद क्यों होता हैं?||depression/अवसाद के लक्षण||depression/अवसाद के नुकसान|| depression/अवसाद से बचाव के तरीके के बारे में पढ़ा उम्मीद करता हूं कि आपको मेरा ये लेख जरूर पसन्द आया होगा आप अपनी प्रतिकिया हमे comment के माध्यम से दे और अगर आपका कोई सुझाव हैं तो वो भी यहाँ comment मे बताये मैं उसपे अमल करूंगा|🙏