Kabir das/कबीर दास |
हेलो दोस्तों आपका मेरी वेबसाइट getyourway.online मे स्वागत है आप सभी ने कबीर दास का नाम जरूर सुना होगा उनका जन्म 1440 में वाराणसी में हुआ था | कबीर दास जी एक संत थे वे सभी लोगों को एक समान मानते थे तथा हिंदू मुस्लिम एकता पर जोर देते थे वे लोगों को विनम्र व दयालु बनने तथा पाखंड आदि से दूर रहने की सलाह देते थे | कबीर दास जी ने अपने जीवन काल मे बहुत सारे लेख व दोहे लिखे जिन्हें आज भी स्कूलों मे पढ़ाया जाता है तथा बच्चे इसे बड़े मजे से पढ़ते है यह दोहे हमे बहुत अच्छी सीख देते है और अच्छा इंसान बनने के लिये प्रेरित करते है अतः हम सबको भी उनके दोहे अवश्य पढ़ने चाहिए |
तो आज के इस लेख मे हम कबीर दास||कबीर दास के दोहे||कबीर दास जी के दोहे अर्थ सहित||kabir das ke dohe in hindi with meaning को पढ़ेगें |
कबीर दास जी के 10 दोहे
(1) बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर |
पंथी को छाया नही फ़ल लागे अतिदूर ||
अर्थ:- कबीर दास जी कहते है आपका बड़ा होना किस काम का अगर आप किसी के काम ही ना आ सके क्योंकि बड़ा तो खजूर का पेड़ भी होता है पर उसका बड़ा होने का क्या फायदा जो ना तो किसी पथिक को छाया प्रदान करता है और उसका फल भी बहुत ज्यादा दूर लगता है
(2) बुरा जो देखन मै चला, बुरा ना मिलया कोय|
जो मन देखूं आपना, मुझ से बुरा ना कोय ||
अर्थ:- कबीर दास जी कहते है कि इस संसार मे जब मै लोगों के अंदर कि बुराई को ढूढ़ने निकला तो मुझे कोई भी बुरा व्यक्ति नही मिला पर जब मैने स्वयं के मन के अंदर झाँक कर देखा तो अहसास हुआ कि मुझसे ज्यादा बुरा तो इस संसार मे कोई और नही है अर्थात हम हमेशा ही दूसरों की बुराई ही देखते है पर अपने मन के अंदर छिपी बुराई को देखने की कभी कोशिश नही करते अगर हम स्वयं अपने अंदर की बुराई देखे तो पता चलेगा हमसे ज्यादा बुरा इस संसार मे कोई और नही है |
(3) ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय |
औरन को शीतल करे आपहुं शीतल होय ||
अर्थ:- कबीर दास कहते हैं कि हमे ऐसी बोली बोलनी चाहिए जो सुनने वाले के मन को भाये। इस प्रकार की वाणी तो दूसरों को सुख पहुँचाती ही है, आप खुद भी अच्छा महसूस करते है|
(4) काल करे सो आज कर, आज करे सो अब |
पल में प्रलय होयेगी, बहुरि करेगा कब ||
अर्थ:- कबीर दास जी कहते है कि हमारे जीवन का तनिक भी भरोसा नही है इसलिए हमे हर काम कल पर ना टालकर तुरंत kar कर लेना चाहिए |
(5) दु:ख में सुमिरन सब करे, सु:ख में करे ना कोय|
जो सुख में सुमिरन करे, तो फिर दुख काहे को होय ||
अर्थ:- कबीर दास जी कहते है कि जब लोगों के ऊँपर विपत्ति आती है तब हम लोग ईश्वर को याद करने लगते है परंतु जब सुख आता है तो कोई भी उन्हें याद नही करता अगर लोग सुख की स्थिति मे भी भगवान को याद करे तो फिर उनको कभी दुख होता ही क्यूँ?
(6) गुरु गोविंद दोऊं खड़े, काकूं लागू पाँय |
बलिहारी गुरु आपने, गोविन्द दियो बताय ||
अर्थ:- कबीर दास जी कहते हैं कि अगर हमारे समर्थ गुरु और भगवान दोनों एक साथ खड़े हों जाए तो हमे सर्वप्रथम उन दोनो मे से किसके चरण छूने चाहिए? अगर सही मायनो मे सोचा जाये तो हमारे गुरु ने ही हमे अपने ज्ञान के माध्यम से हमें ईश्वर से मिलने का उपाय बताया है इसलिए गुरु भगवान से भी बढ़कर है इसलिए पहले हमें गुरु के चरण छूने चाहिए |
(7) निंदक नियरे राखिये, आँगन कुटी छवायें |
बिन पानी साबुन बिना, निर्मल करे सुहाए ||
अर्थ:- कबीर दास जी कहते हैं कि दूसरों की बुराई करने वाले (निंदक) को हमेशा अपने पास रखिये, क्योंकि अगर ऐसे लोग आपके आस पास रहेंगे तो वो हमेशा ही आपकी कमियाँ आपको गिनाते रहेंगे जिससे आप अपनी कमियों आदि को सुधार सकते है|
(8) जाति ना पूछो साधू की, पूछ लीजिये ज्ञान |
मोल कीजे तलवार का, पड़ा रहने दो म्यान ||
अर्थ:- एक साधु से कभी भी उसकी जाति मत पूछिये बल्कि आप केवल उनसे ज्ञान लीजिए, क्योंकि अगर मोल करना ही है तो तलवार का करो म्यान का मोल करने से भी क्या फ़ायदा ?
(9) पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोई|
ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय ||
अर्थ:- कबीर दास जी कहते है कि बहुत ज्यादा पढ़ लिख लेने मात्र से ही कोई पंडित नही बन जाता पर इसके विपरीत agar अगर कोई प्यार का पाठ पढ़ ले तो फिर उससे बड़ा पंडित इस संसार मे कोई नही है|
(10) बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि|
लिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि ||
अर्थ:- यदि कोई अपनी बात को सही प्रकार से कहना जानता है तो उसे अवश्य ही ज्ञा lत होगा कि बोली एक बहुमुल्य आभूषण है |
इसलिए वह व्यक्ति सदैव ही अपने शब्दों को ह्रदय रूपी तराजू के अंदर तोलकर ही उसे अपने मुंह से निकलने देता है |
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तो आज के इस लेख में हमने कबीर दास || कबीर दास के दोहे || कबीर दास जी के दोहे अर्थ सहित || kabir das ke dohe in hindi with meaning को पढ़ा उम्मीद करता हूं आपको मेरा ये लेख जरूर पसन्द आया होगा आप अपनी प्रतिकिया हमे comment के माध्यम से दे तथा इसे share भी करे अगर आपका कोई सुझाव हैं तो वो भी यहाँ comment मे बताये मैं उसपे अमल करूंगा|🙏