दोस्तों क्रोध/गुस्सा क्या हैं और हमे गुस्सा क्यों आता हैं? असल मे ये हमारे अंदर का अहंकार हैं, अहंकार इसलिए क्युकी जब कोई हमारी बात अनसुना करता हैं या हमारी मर्ज़ी के विपरीत कार्य करता हैं तो हमारे अहं को चोट पहुंचती हैं और हम गुस्से से पागल हो जाते हैं| देखा जाये तो गुस्सा इंसान का सबसे बड़ा शत्रु हैं जो इंसान को अंदर ही अन्दर खाता रहता हैं इंसान चाहे कितना भी विवेकवान और गुणी क्यु ना हो क्रोध में आके वो अपना विवेक खो बैठता हैं और विवेकहीन हो जाता हैं, गुस्से में पागल व्यकित को सही और गलत का ज्ञान नहीं रह जाता जिससे वह कुछ ऐसा अनैतिक काम कर बैठता हैं जिससे उसे बाद मे पछ्ताना भी पड़ता हैं इसलिए हमें बेवजह गुस्सा करने से बचना चाहिये और अपनी ज़िन्दगी को खुशहाल बनाना चाहिये |
तो आज के इस लेख में हम हमे गुस्सा क्यों आता हैं और गुस्से को कंट्रोल करने के उपाय? के बारे में पढ़ेगें|
गुस्सा क्यों आता हैं? गुस्सा आने कि वजह:-
(1) अकेलापन:- जी हा अकेलापन! अकेलापन इसलिए क्युकि जब इन्सान अकेलापन महसूस करता हैं तभी उसे सबसे ज्यादा प्यार और देखभाल की जरूरत पड़ती हैं, साथ ही साथ उस समय उसके दिमाग मे बहुत सी बातें चलती रहती हैं जिसे वो किसी से कहना चाहता हैं लेकिन अकेला होने के कारण उसके पास अपनी बातों को साझा करने के लिए कोई नही होता और ना ही कोई प्यार और देखभाल करने वाला जिससे उसके अन्दर झुंझलाहट और निराशा पैदा हो जाती हैं और वो शख्स बात बात पे गुस्सा होने लगता है|
(2) अत्यधिक तनाव:- गुस्सा आने का एक कारण अत्यधिक तनाव भी हैं अक्सर हम किसी काम के चलते या किसी बात को लेकर तनावग्रस्त रहते हैं जिससे उस वक़्त हमारा दिमाग स्थिर नही रहता और जरा सी बात पर भी हम गुस्सा होने लगते हैं |
(3) गलत खान-पान और अनिद्रा:- गलत खान-पान और अनिद्रा के कारण हमारा स्वास्थ्य ठीक नही रहता जिससे हम चिड़चिडे हो जाते हैं और बात-बात पे गुस्सा हो जाते हैं !
(4) body shaming और अनदेखी:- body shaming का मतलब होता हैं किसी व्यकित को उसके रंग-रूप या उसके शरीर की बनावट की वजह से उसको चिढाना या उसके शारीरिक-बनावट पे गलत टिप्पणी करना जिससे उसके आत्मविश्वास मे कमी तो आती ही हैं और उसमे गुस्से कि प्रवृत्ति भी विकसित हो जाती हैं साथ हि साथ अगर कोई आपको अनदेखा करे या जान बुझकर आपकी बातों को अनसुना करे तो उस समय भी गुस्सा बहुत आता हैं|
(5) हार्मोन्स:- गुस्से के आने का एक कारण एड्रनिलिन हार्मोन भी होता हैं जब ये हार्मोन हमारे शरीर से तेज़ी से रिलीज होता हैं तो हमें ज्यादा पसीना आनेे, दिल कि धड़कन बढ़ने और ज्यादा गुस्सा आने कि समस्या होने लगती हैं, इस हार्मोन्स के बारे मे और ज्यादा जानकारी आप किसी doctor या किसी health-related website से ले सकते हैं |
(6) आनुवांशिक:- कई बीमारियां व समस्याये आनुवांशिक भी होती है जो एक पीढी से दुसरे पीढी को मिलती हैं इन बीमारियों का कोई निश्चित इ्लाज़ नही होता इन्हें बस दवावों से कंट्रोल किया जा सकता हैं , गुस्सा भी उन आनुवांशिक समस्यायों मे से एक है जो एक पीढी से दूसरे पीढी को मिलती है मसलन अगर आपके मम्मी पापा को बहुत ज्यादा गुस्सा आता हैं तो सम्भव हैं आप मे भी वही गुस्सा करने कि बीमारी आ जाये|
गुस्से को कंट्रोल करने के उपाय?
(1) उलटी गिनती गिने:- जब भी आपको गुस्सा आये तो आप उलटी गिनती गिनना शुरु कर दे जिससे आपका ध्यान उस बात कि ओर से हट जायेगा जिस बात पे आपको गुस्सा आ रहा हैं और धीरे धीरे आपका गुस्सा शांत हो जायेगा|
(2) वह जगह छोड़ दे:- जब कभी आपको किसी बात पर या किसी के उपर गुस्सा आये तो आप उस जगह को छोड़ दे अर्थात थोड़े देर के लिए उस जगह से उठ कर चले जाये जिससे आप उस बात या उस व्यकित से दुर हो जाएंगे जो आपको गुस्सा दिला रहा हैं और धीरे-धीरे कुछ देर मे आपका गुस्सा शांत जो जायेगा|
(3) पानी पिये:- जब भी आपको गुस्सा आये तो उसे कंट्रोल करने के लिये आप पानी पिये, पानी एक ही बार में पीने कि बजाय एक-एक घूँट करके पिये|
(4) संगीत सुने :- गुस्से को कंट्रोल करने के लिए आप soft संगीत(music) सुने संगीत से आपका मूड एक मिनट मे ठीक हो जाएगा और आप फ़िर तरो-ताज़ा महसूस करने लगेंगे|
(5) खुद से बातें करे:- जब भी आपको गुस्सा आये तो उसे कंट्रोल करने का सबसे अच्छा तरीका हैं खुद से बातें करे जानने कि कोशिश करे कि मैं जिस बात पे गुस्सा कर रहा क्या वो सच मे गुस्सा करने लायक है भी या नहीं आप गुस्से के नुकसान तथा साथ ही साथ गुस्सा दिलाने वाले कि बातों पे गौर करे कि क्या वो सही तो नही और आप बेवजह गुस्सा कर रहे हो ऐसा करने से आपका गुस्सा धीरे- धीरे रफ़ूचक्कर हो जायेगा|
(6) एक अकेले बन्द कमरे में जाये और चीखे चिल्लाये:- हर बार अपने गुस्से को दबाना अच्छा भी नही होता कभी कभी अपनी भावनाओं और अपने अंदर के भड़ास को बाहर निकाल देना चाहिये जिससे हमे बहुत ही शान्ति का अनुभव होता हैं और हमारा मन हल्का हो जाता हैं |
इसलिए आप अपने मन को हल्का व शान्त करने के लिए अपनी भड़ास किसी और पर निकालने के बजाय एक अकेले बन्द कमरे में जाये और जी भर के चीखे- चिल्लाये|
(7) दूसरे की भी सुने:- किसी बात को आधा-अधूरा सुनकर उसपे गुस्सा होने कि बजाय बेहतर हैं कि आप पहले पुरी बात सुने, हो सकता है कि वो कहना कुछ और चाहता हो और आप समझ कुछ और रहे हो इसलिए पहले पुरी बात सुने पुरी बात सुनने के बाद शायद आप उसकी बातों को समझ जाये और व्यर्थ के गुस्से से बच जाये जिससे आपके उस व्यकित से सम्बन्ध खराब होने से भी बच जाएंगे|
(8) कुछ बातों की अनदेखी:- अक्सर हम लोगो से अपने बारे मेे कुछ उल्टा-सीधा और व्यर्थ कि बातें सुनते रह्ते हैं जिससे हम तनावग्रस्त हो जाते हैं और गुस्से से भर जाते हैं तथा साथ ही साथ इससे हमारा आत्मविश्वास भी गिरता हैं, अतः बेहतर हैं कि आप ऐसी बेकार की बातों को सुनकर उसपे गुस्सा होने और प्रतिक्रिया देने कि बजाय इन बातों कि अनदेखी करे ठीक वैसे ही जैसे हाथी चलता जाता हैं और कुत्ते पिछे भौकते रहते हैं| सबको पता है वे कुछ कर नही सकते इसलिए भौ्कते रहते हैं |
(9) प्राकृतिक नजारे देखे:- जब कभी आपको गुस्सा आये या आपका मन उदास हो तो किसी प्राकृतिक नजारो से भरी जगह पर चले जाये जैसे पहाड़, नदी, झरने, समुद्र या कोई पार्क वहां बैठकर शान्त मन से आप प्राकृतिक नजारो का आनन्द ले इससे आपका मूड एकदम ठीक हो जायेगा और आप बहुत ही अच्छा महसूस करेगें|
आप सुर्योदय और सुर्यास्त भी देख सकते हैं इससे भी आपका मूड ठीक रहेगा |
तो दोस्तों आज के इस लेख में हमने गुस्सा क्यों आता है || गुस्से को कंट्रोल करने के उपाय? के बारे में पढ़ा उम्मीद करता हूं कि आपको मेरा ये लेख जरूर पसन्द आया होगा आप अपनी प्रतिकिया हमे comment के माध्यम से दे और अगर आपका कोई सुझाव हैं तो वो भी यहाँ comment मे बताये मैं उसपे अमल करूंगा|🙏