हेलो दोस्तो आपका मेरी वेबसाईट getyourway.online मे स्वागत है आज के इस लेख मे हम राष्टृपिता पर निबंध महात्मा गाँधी निबंध || महात्मा गांधी पर निबंध 500 शब्दों मे || महात्मा गांधी की पुस्तकों के नाम || महात्मा गांधी की मृत्यु को पढ़ेगें |
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Mahatma Gandhi/महात्मा गांधी |
महात्मा गाँधी निबंध||महात्मा गांधी पर निबंध 500 शब्दों मे
परिचय:-
महात्मा गांधी जी का पूर्ण नाम मोहनदास करमचंद्र गांधी था उनके पिताजी का नाम करमचंद गांधी तथा उनकी माताजी का नाम श्रीमती पुतलीबाई था | गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 ई० को गुजरात राज्य के पोरबन्दर नामक शहर में हुआ था | गांधी जी की धर्मपत्नी का नाम श्रीमती कस्तूरबा गांधी था |
शिक्षा:-
महात्मा गांधीजी ने अपनी शुरुआती दिनों की पढ़ाई बंबई यूनिवर्सिटी से की वहाँ से उन्होंने सन् 1887 ई० मे मैट्रिक की परीक्षा पास की और इसके बाद सन् 1888 मे इंग्लैंड बैरिस्टर की पढ़ाई करने के लिए चले गये वहाँ पर उन्होंने लंदन के एक प्रसिद्ध क़ानून महाविद्यालय 'इनर टेंपल' में अपना दाख़िला करा लिया यहाँ वे लगातार तीन वर्षों (1888 से लेकर 1891) तक उन्होंने बैरिस्टरी की पढ़ाई की और परीक्षा पास की|
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खान पान एवं रहन-सहन:-
महात्मा गांधी का रहन सहन एकदम साधारण था वे सादा जीवन, उच्च विचार मे विश्वास रखते थे उनकी वेशभूषा एकदम साधारण थी वे प्राय: खादी के व सफेद वस्त्र पहनते थे हालांकी वे शुरुआत मे अपने पढ़ाई के समय मे पाश्चात्य वस्त्रों को ही धारण करते थे पर भारत आने पर उन्होंने इन वस्त्रों का पूर्णतया त्याग कर दिया और खादी को अपना लिया उनका खान पान भी एकदम साधारण था गाँधी जी पुर्णतया शाकाहारी थे इसलिए वह शुद्ध एंव सात्विक खाना ही पसंद करते थे। गांधी जी को उबला भोजन ही पसंद था, इसीलिए वह बिना नमक और तेल की उबली हुई सब्जी खाते थे |
स्वभाव:-
गांधी जी अहिंसा के पुजारी थे तथा हमेशा सत्य बोलते थे वे चाहते थे कि लोग हिंसा एवं झूठ फरेब छोड़कर अहिंसा एवं सत्य के रास्ते पर आये गांधी जी का स्वभाव भी बहुत कोमल था वे किसी का अहित नही सोचते थे चाहे सामने वाला उनका दुश्मन ही क्यूँ ना हो इसीलिए लोग उन्हें प्यार से बापू कहकर बुलाते थे |
देश की आजादी मे योगदान:-
महात्मा गांधी का देश की आजादी मे बहुत योगदान था 1915 मे अफ्रीका से वकालत की पढ़ाई पूरी करके और वकील बनकर भारत वापस आने के बाद उन्होंने भारत माता को आजादी दिलाने की ठान ली गाँधीजी अहिंसा मे विश्वास रखती थे तथा हिंसा आदि से दूर रहतें थे उनका मानना था कि अगर लोग आँख के बदले आँख मांगने लगेंगे तो पुरी दुनिया ही अंधी हो जायेगी उन्होंने देश की आजादी के लिए कई आंदोलन व सत्याग्रह किये | चंपारण सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, दांडी यात्रा, भारत छोड़ो आंदोलन उनके कुछ प्रमुख आंदोलन है इन आंदोलनों ने अंग्रेजी सरकार की जड़े हिला दी जिसके फलस्वरूप हमे 1947 मे आजादी मिली |
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महात्मा गांधी की पुस्तकों के नाम :-
गाँधी जी द्वारा रचित कुछ पुस्तकों के नाम निम्न है-
हिंद स्वराज, मेरी जीवन कथा, रामनाम, मेरे सपनों का भारत, दक्षिण अफ्रीका के सत्याग्रह का इतिहास, गीता बोध, बापू की सीख, आदि हैं|
Ques:- महात्मा गांधी की मृत्यु कब हुई?
Ans:- गांधीजी की मृत्यु 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली मे हुई जब नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी | गांधीजी के मुँह से निकले आखिरी शब्द "हे राम" थे उनकी समाधि दिल्ली के राजघाट मे स्थित है|
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तो आज के इस लेख में हमने महात्मा गाँधी निबंध || महात्मा गांधी पर निबंध 500 शब्दों मे || महात्मा गांधी की पुस्तकों के नाम || महात्मा गांधी की मृत्यु को पढ़ा उम्मीद करता हूं आपको मेरा ये लेख जरूर पसन्द आया होगा आप अपनी प्रतिकिया हमे comment के माध्यम से दे तथा इसे share भी करे अगर आपका कोई सुझाव हैं तो वो भी यहाँ comment मे बताये मैं उसपे अमल करूंगा|🙏