हैलो दोस्तो, आपका मेरी वेबसाइट getyourway.online पर स्वागत हैं आज के इस लेख में हम success कैसे पाये || सफलता प्राप्त करने के मूल मंत्र के बारे मे पढ़ेगें |
success/सफ़लता |
आज कल हर कोई सफ़ल बनना चाहता हैं हर किसी कि चाहत होती हैं कि वो खूब नाम और पैसा कमाये और सफ़लता कि ऊँचाइयो को छुये लेकिन वो इसके लिए मेहनत नही करना चाहते और बस उस सफ़लता के बारे में सोचते रहते हैं | ये सही हैं कि सफ़ल होने के लिए आपके अन्दर प्रतिभा होनी चाहिए पर अगर आपमे प्रतिभा है लेकिन आप मेहनत नही करना चाहते ज़िन्दगी मे कोई risk नही लेते तब तक आप सफ़ल नही हो सकते तो आप कोरी कल्पनाओ को छोड़ें और वास्त्विकता मे आये और अपनी सफ़लता के लिए कुछ जरूरी उपायो को अपनाये जो इस लेख मे मैं आपको बताने जा रहा हूँ याद रखे सफ़लता का कोई short-cut नही होता सफ़लता सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके दृढ निश्चय और मेहनत से मिलेगी सो आपको रास्ता बताना मेरा काम हैं पर उस रास्ते पर चलना आपको ही हैं तो चलिये शुरु करते हैं -
success कैसे पाये || सफलता प्राप्त करने के मूल मंत्र:-
(1) अपने लक्ष्य निर्धारित करे-
अगर आप ज़िन्दगी मे सफ़लता हासिल करना चाहते हैं तो सबसे पहले आप अपने लक्ष्य को निर्धारित करे और उसपे तब तक मेहनत करते रहे जब तक आपको उसमे सफ़लता ना मिल जाये
याद रखे अगर आप के पास कोई लक्ष्य नही होगा तो आप कभी भी सफ़ल नही हो सकते क्युकि आपको पता ही नही होगा कि आपको करना क्या हैं तो आप अपनी उर्जा और समय व्यर्थ चीज़ो मे बर्बाद करते रहेंगे अतः सबसे पहले आप एक लक्ष्य बनाये|
(2) अपनी गलतियों से सिखे:-
गलतियां हमारी तरक्की मे बाधक होती हैं एक गलती से कभी बना बनाया काम बिगड़ सकता हैं और भारी नुकसान हो सकता हैं अतः जितना हो सके गलतियां करने से बचे फ़िर भी हम इंसान हैं और हमसे गलतियां तो हो ही जाती हैं कोई भी कितना भी perfect हो कभी ना कभी उससे कोई ना कोई गलती जरूर हो जाती हैं अतः गलतियों को लेकर पछताने और उसपे शोक मनाने से बेहतर हैं कि आप उस गलती से सिखे और दोबारा वैसी गलती ना हो इसकी कोशिश करे|
(3) समय का महत्व समझे:-
जो लोग समय के महत्व को नही समझते और कोई भी काम समय पे नही करते और समय को व्यर्थ बर्बाद का मे लगे रहते हैं वो कभी भी सफ़ल नही हो सकते क्युकी हमारी ज़िन्दगी सीमित हैं और हमे इसी सीमित समय मे अपने सपनो को पुरा करना है जो आपके time बर्बाद करने से कभी नही होने वाला इसलिए समय का पुरा सदुपयोग करे हर काम समय और पुरी लगन और मेहनत के साथ करे तभी आपके सफ़लता मिलेगी|
(4) नई-नई चीज़े सिखते रहे:-
अक्सर देखा जाता हैं कि थोड़ी बहुत कामयाबी मिलने के बाद कुछ नया सिखना बन्द कर देता हैं जिससे वो बदलती तकनीक आदि के बारे मे नही जान पाता और ना ही उनसे सामंजस्य बैठा पाता हैं जिससे उसकी सफ़लता का ग्राफ गिरता चला जाता हैं जैसा कि इस समय nokia आदि बड़ी बड़ी कंपनियों के साथ हुआ है समय के साथ कुछ नया नही सिखने और कुछ नया try ना करने और अपने पुराने तकनीक पर अड़े रहने के कारण आज ये कम्पनी अर्श से फ़र्श पर आ गयी है अतः हमेशा जीवन में कुछ नया सिखते और करते रहे|
(5) योजना बनाकर काम करे:-
अगर कोई काम को हम योजना के साथ नही करते तो उसमे हमारे सफ़ल होने के अवसर बहुत कम हो जाते हैं साथ ही साथ बहुत ज्यादा समय और पैसे कि बर्बादी होती हैं अतः हमेशा एक अच्छी योजना बनाके ही काम शुरु करे|
(6) hard work (कठिन परिश्रम करे) :-
हम सभी जानते हैं कि सफ़लता का कोई short-cut नही होता यह हमारी मेहनत और काबिलियत पर निर्भर करता हैं कोई भी आलसी और कामचोर व्यकित कभी सफ़ल नही हो सकता काबिलियत होने के उपरांत भी, क्युकि सफ़लता बैठे रहने से नही मिलती इसलिए सही दिशा मे कठिन परिश्रम करते रहे एक दिन आपको सफ़लता अवश्य मिलेगी|
(7) अपने काम(लक्ष्यों) के प्रति ईमानदार रहे:-
कभी कभी ऐसा होता है कि हम अपना कोई लक्ष्य तो बना लेते हैं पर उसको पाने का प्रयास नही करते हम उसको करने मे आनाकानी करते हैं और उस काम को कल पर टालते रहते हैं और ये आज का काम कल पर टालते रहने के कारण ये हमारी आदत बन जाती हैं और हम सफ़लता से वंचित रह जाते हैं |
इसलिए हमे अपना हर काम मेहनत और लगन से करना चाहिए और अपने लक्ष्यों के प्रति ईमानदार बने रहना चाहिए|
(8) आज का काम कल पर कभी ना टाले:-
कई लोगों कि आदत होती हैं कि वो अपना काम आज ना करके कल पर टाल देते हैं और कल फ़िर उस काम को अपनी आदतानुसार परसों पर टाल देते हैं इस प्रकार उनपे काम का भार बढ़ता जाता है और एक समय ऐसा आता हैं कि उनपे वो भार इतना बढ़ जाता हैं कि वो अपने काम को पुरा करने मे असमर्थ हो जाते हैं और उनके हाथ निराशा और विफ़लता ही लगती हैं अतः हमे अपना काम कल पर न टाल कर उसे उसी दिन निपटा देना चाहिये ये सफ़ल लोगों की निशानी हैं|
(9) असफ़लताओं से ना घबराये:-
कभी-कभी एक छोटी सी असफ़लता लोगों मे इतना डर भर देती हैं कि वे कुछ नया करने की कोशिश ही नही करते उनमे असफ़लता का डर इस कदर बैठ जाता हैं कि वो सफ़लता के बारे मे सोचते ही नही याद रखे जहाँ जीत हैं वही हार हैं, जहाँ असफ़लता हैं वही सफ़लता भी हैं इसलिए असफ़लता से कभी घबराये नही और उससे दोबारा सीख लेकर उस काम को करने का पुनः प्रयास करे क्योंकि असफ़लता से ज्यादा बुरा हमारा कोशिश ना करना होता हैं |
(10) ज़िदी और जूनूनी बने:-
सफ़लता के लिए इंसान मे जूनून होना चाहिए और उस काम को कर जाने कि ज़िद भी इसलिये अपने अन्दर के ज़िद व जूनून को सदैव ज़िन्दा रखिये|